Saturday, 7 December 2019

मानव अधिवास का अभिप्राय, तथा मानव अधिवासियों का वर्गीकरण एवं उनके प्रकार, प्रमुख समस्याएं


* मानव अधिवास का अभिप्राय :-

                                                                                पृथ्वी के धरातल पर मानव द्वारा निर्मित एवं विकसित आवासों के संगठित समूह को अधिवास कहते हैं मानव अधिवास को मानव बस्ती भी कहा जाता है मानव अधिवास साधारणतया स्थाई रूप से बसे होते हैं किंतु कुछ अधिवास स्थाई भी होते हैं कि एकांकी एवं संकुल भी होते हैं |  अधिवासो का महत्वपूर्ण उपयोग मानव निवास के लिए होता है | मानव के अपने सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक,  धार्मिक, आदि कार्यो  को पूरा करने के लिए भी अधिवास का उपयोग होता है | 

* प्रो. विडाल डी लॉ ब्लॉश के अनुसार:-

                                                                                              मानव द्वारा स्वयं के आवास एवं अपनी संपत्ति को रखने के लिए निर्मित संरचना से हैं | 

* मानव अधिवास की उत्पत्ति मूलत : अपने निवास के लिए होती है इस आधार पर अधिवासो  की उत्पत्ति को दो भागों में बांटा जा सकता है | 
   ( 1 ) अस्थायी अधिवास | 
 ( 2 ) स्थायी अधिवास |  

* मानव अधिवासो का वर्गीकरण :-

                                                                                  मानव अधिवासो  को प्राकृतिक दशाओं और आधारभूत कार्यों के आधार पर दो वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है  | 

( 1 ) ग्रामीण अधिवास | 

( 2 ) नगरीय अधिवास | 


( 1 ) ग्रामीण अधिवास :-

                                                       ग्रामीण अधिवास की अर्थव्यवस्था प्राथमिक व्यवसायों  पर निर्भर होती है जैसे कृषि, पशुपालन, लकड़ी काटना, मछली पकड़ना, खनन एवं वनों से प्राप्त पदार्थों का संग्रहण आदि | आतियां ग्रामीण अधिवास मुख्यत : भूमि के विदोहन पर आधारित होते हैं | 


* ग्रामीण अधिवास के प्रकार :-

                                                                    मकानों की संख्या और उनके बीच की दूरी के आधार पर किए गए विभाजन को अधिवासों  का प्रकार कहा  जाता है | ग्रामीण अधिवासों  के प्रकारों के लिए भौतिक लक्षण सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक और सुरक्षा आदि आने कारक उत्तरदायी  हैं | सामान्यतः ग्रामीण अधिवासो  के निम्नलिखित चार प्रकार दृष्टिगोचर होते हैं | 

( 1 ) सघन या गुच्छित अधिवास | 

( 2 ) प्रकीर्ण या एकांकी अधिवास |

( 3 ) मिश्रित अधिवास |

( 4 ) पल्ली अधिवास |


( 1 ) सघन या गुच्छित अधिवास की विशेषताएं :-


( 1 ) आदिवास प्राय : खेतों के मध्य किसी ऊंचे एवं बाढ़  से सुरक्षित स्थानों पर वैसे होते हैं | 

( 2 ) सभी आवास पास पास बने होते हैं | 

( 3 ) सभी आवास एक स्थान पर सन केंद्रित होते हैं एवं बाहरी आक्रमणों का मिलकर मुकाबला करते हैं | 

( 4 ) इनमें आवासों की संख्या 40 50 से लेकर सैकड़ों तक हो सकती है | 

( 5 ) इनकी जनसंख्या उपलब्ध संसाधनों के आधार पर 500 से 1000 या अधिक हो सकती है | 


( 2 ) प्रकीर्ण या एकाकी अधिवास की विशेषताएं :-


 ( 1 ) आवाज एक दूसरे से दूर होते हैं | 

 ( 2 ) व्यक्ति एकांकी रूप में रहते हैं | 

 ( 3 ) व्यक्ति स्वतंत्र जीवन यापन के आदि  होते हैं | 

 ( 4 ) एक दूसरे के सहयोग की भावना कम होती है | 


( 3 ) मिश्रित अधिवास :-

                                                      इन अधिवास को अर्द सघन या अर्द  केंद्रीय अधिवास भी कहा जाता है जो सामान्यता किसी परिवार की संख्या में वृद्धि होने से आवासों की संख्या बढ़ने के कारण उत्पन्न होती है इनकी उत्पत्ति में पर्यावरणीय कारणों के स्थान पर पारंपरिक कारण उत्तरदायी होते हैं | 


( 4 ) पल्ली अधिवास :-

                                                        इस प्रकार के अधिवासो  में आवास एक दूसरे से अलग किंतु एक ही बस्ती में बसे होते हैं इसलिए उन सब का नाम एक रहता है बस्ती के अलग-अलग भागों में अलग-अलग जातियों के लोग रहते हैं | 


* ग्रामीण अधिवासों  के प्रतिरूप निम्नलिखित है | 

( 1 ) रेखीय प्रतिरूप | 

( 2 ) तीर प्रतिरूप | 

( 3 ) त्रिभुजाकार प्रतिरूप | 

( 4 ) आयताकार या चौक पट्टी  प्रतिरूप | 

( 5 ) अरीय त्रिज्या प्रतिरूप | 

( 6 ) वार्ताकार प्रतिरूप | 

( 7 ) तारा प्रतिरूप | 

( 8 ) पंखा प्रतिरूप | 

( 9 ) अनियमित प्रतिरूप | 

( 10 ) सीडी नुमा प्रतिरूप | 

( 11 ) अन्य प्रतिरूप | 

* ग्रामीण अधिवास की समस्याएं :-

( 1 ) आवागमन के साधनों का अभाव ग्रामीण अधिवासों  तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक परिवहन साधनों का अभाव होता है व्यक्तिगत साधन ही उपलब्ध होते हैं इसलिए साधन रहित लोगों के सामने आवागमन एक गंभीर समस्या है | 

( 2 ) स्वच्छ पेयजल का अभाव वर्तमान में पेयजल की समस्या ग्रामीण अधिवास में विकराल रूप धारण करती जा रही है जिससे यहां के निवासी कहीं बीमारियों के शिकार हो रहे हैं | 

( 3 ) स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव यहां के निवासियों को छोटी-छोटी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए समीपवर्ती नगर में जाना पड़ता है | 

( 4 ) विद्युत आपूर्ति का अभाव ग्रामीण अधिवास में नियमित एवं पर्याप्त विद्युत आपूर्ति का अभाव होता है इसे दैनिक एवं कृषि कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है | 

( 5 ) रोजगार के अवसर नहीं होना यहां रोजगार के अवसर नहीं होने से तीन प्रकार की बेरोजगारी | 

 • पूर्ण बेरोजगारी | 
 •छिपी बेरोजगारी | 
 • मौसमी बेरोजगारी पाई जाती है | 
                                                                              
                                                  



                     


                                               

                                               

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