* पर्यावरण का अर्थ :-
पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों परि - आवरण से हुआ है इसका शाब्दिक अर्थ है | बाहरी आवरण अर्थात हमारे चारों और जो प्राकृतिक भौतिक व सामाजिक आवरण है वही वास्तविक अर्थों में पर्यावरण कहलाता है | अंग्रेजी में पर्यावरण को environment कहते हैं |
जीव जिस वातावरण या परिस्थितियों में रहता है उस उस का पर्यावरण कहते हैं पर्यावरण में जीवो के जीवन यापन हेतु मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होती है हवा पानी खाद्यान्न आवास और प्रकाश जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ वायु तापमान प्रकाश या नमी जैसी कई अन्य गौण सुविधाएं भी स्वत : उपस्थित होती है | पर्यावरण जीवों को प्रभावित करता है और जीव पर्यावरण को प्रभावित करते हैं |
* परिभाषाएं :-
सी. सी. पाई के अनुसार -
मनुष्य एक विशेष स्थान पर विशेष समय पर जिन संपूर्ण परिस्थितियों से गिरा हुआ है इसे पर्यावरण का जाता है |
बोरिंग के अनुसार_
एक व्यक्ति के पर्यावरण में वह सब कुछ सम्मिलित किया जाता है जो उसके जन्म से मृत्यु पर्यंत प्रभावित करता है |
* पर्यावरणीय समस्याएं :-
मानव का सृष्टि की उत्पत्ति से यह प्रकृति के साथ घनिष्ठ संबंध रहा है पृथ्वी पर मानव के आविर्भाव के साथ ही उसकी आवश्यकता ओं का भी जन्म हुआ आदिमानव का तो जीवन पूर्णता प्रकृति पर ही निर्भर था मानव ने अपने भौतिक सुख की प्राप्ति के लिए अनेक कल कारखानों उद्योगों का विकास किया जनसंख्या वृद्धि के कारण ग्राम नगर और महानगरों की संख्या में तीव्र विस्तार होता गया | संपूर्ण मानव समाज ने अपनी उत्पत्ति से लेकर 1950 तक जितना प्रकृति का उपयोग किया उतना तो संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1950 से 2000 के मध्य 50 वर्षों में ही कर लिया है | मानव और प्रकृति के मध्य संतुलन बढ़ने से आए दिन प्रकृति प्रकोप भूकंप, ज्वालामुखी अतिवृष्टि अनावृष्टि सूखा जैसी आगे बढ़ रही है यही नहीं मानव जीवन पर भी अनेक तरह के संकट मंडरा रहे हैं इन्हीं सब के कारण हर रोज नहीं वादियां सामने आ रही है |
* पर्यावरणीय प्रदूषण :-
मानव सभ्यता के विकास के साथ उसकी आवश्यकताओं का भी विस्तार हुआ है तेजी से बढ़ती हुई आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु मनुष्य ने प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शुरू किया उद्योग एवं तकनीकी विकास जैसे हथियारों के सारे मानव ने अपने स्वार्थी प्रकृति और जनसंख्या के दबाव में प्रकृति का अनियंत्रण दोहन किया हर बड़े नगर के साथ औद्योगिक क्षेत्र का विकास हुआ और इन उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों के बढ़ने से पर्यावरणीय प्रदूषण नामक समस्या का जन्म हुआ |
* प्रदूषण का अर्थ एवं परिभाषा :-
प्रदूषण अंग्रेजी के शब्द pollution का अनुवाद है जो मूल रूप से लैटिन भाषा के शब्द pollutus से बना है जिसका अर्थ है दूषित करना | ( to make unclean ) |
वायु जल एवं मृदा के भौतिक रासायनिक व जैविक गुणों में होने वाला ऐसा अनवांछित परिवर्तन जो मनुष्य के साथ ही संपूर्ण परिवेश के प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक तत्वों को हानि पहुंचाता है प्रदूषण कहलाता है |
* ईपी ओडम :-
अमेरिका की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अनुसार वायु जल तथा पृथ्वी के भौतिक रासायनिक एवं जैविक गुणों में ए वांछनीय परिवर्तन जिसे मनुष्य अन्य जीवो एवं प्रकृति संसाधनों की क्षति होती हो तो प्रदूषण का जाता है |
राष्ट्रीय प्रदूषण शोध समिति के अनुसार वायु जल तथा पृथ्वी के भौतिक रासायनिक तथा जैविक गुणों में नकारात्मक परिवर्तन को प्रदूषण कहते हैं |
* प्रदूषण के प्रकार :-
वायु मंडल स्थल मंडल तथा जल मंडल के जीवन युक्त भागों के संयुक्त सत्र को जेव मंडल के थे इसी जेव मंडल में उपलब्ध सभी प्राकृतिक तत्वों को प्राकृतिक पर्यावरण का नाम दिया जाता है मानव द्वारा की गई समस्त प्रकार की गतिविधियों से बने प्रदूषक ओं की प्रकृति के आधार पर प्रदूषण को विभिन्न प्रकारों में समझा जा सकता है |
( 1 ) वायु प्रदूषण |
( 2 ) जल प्रदूषण |
( 3 ) ध्वनि प्रदूषण |
( 4 ) मृदा प्रदूषण |
( 5 ) वाहन प्रदूषण |
( 6 ) विकिरणीय प्रदूषण |
( 7 ) तापीय प्रदूषण |
( 8 ) घरेलू अपशिष्ट के कारण प्रदूषण |
( 9 )समुंद्री प्रदूषण |
( 10 ) कूड़े कचरे से प्रदूषण |
( 11 ) अन्य कारणों से प्रदूषण |
( 1 ) वायु प्रदूषण :-
समस्त जीव जगत के लिए वायु अभिषेक के उसके बिना जीवन संभव नहीं है वायुमंडल में विद्यमान सभी गैस एक निश्चित अनुपात में पाई जाती है जैसे नाइट्रोजन 78 पॉइंट जीरो आठसमस्त जीव जगत के लिए वायु अभिषेक के उसके बिना जीवन संभव नहीं है वायुमंडल में विद्यमान सभी गैस एक निश्चित अनुपात में पाई जाती है जैसे नाइट्रोजन 78.08 प्रतिशत ऑक्सीजन 20.94 प्रतिशत आर्गन 0.93 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड 0.03 प्रतिशत तथा अन्य 0.02 प्रतिशत |
* वायु प्रदूषण को स्त्रोत के आधार पर दो भागों में विभाजित किया जा सकता है:-
( 1 ) प्राकृतिक प्रदूषण:-
यह प्रकृति की देन है ज्वालामुखी उद्गार से निकले पदार्थ धूल भरी आंधी या तूफान दावानल पहाड़ों का झरना आदि प्राकृतिक क्रियाओं से प्रदूषण होता है |
( 2 ) अप्राकृतिक प्रदूषण :-
वायु को प्रदूषित करने में सबसे बड़ा योगदान स्वयं मानव का ही है घरों में जलाने वाला इंदन उद्योग परिवहन साधन धूम्रपान रसायनों का उपयोग रेडियोधर्मिता जैसे उपयोगों से सर्वाधिक प्रदूषण हो रहा है |
* वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव :-
( 1 ) मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है |
( 2 ) वन संपत्ति पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है जीव जंतु एवं कीटों के अस्तित्व का खतरा बनने लगा है |
( 3 ) जलवायु एवं वायुमंडलीय दशाओं पर प्रतिकूल प्रभाव जलवायु परिवर्तन ओजोन परत में शरण ग्रीन हाउस प्रभाव मौसम पर प्रभाव |
* वायु प्रदूषण के नियंत्रण हेतु उपाय :-
( 1 ) प्रदूषण रोकने के लिए व्हाट्सएप ओपन करना चेत्रफल के कम से कम 33% भाग पर वन हो ग्राम नगर के समीप हरित पेटी का विकास किया जाए इस कार्य में विभिन्न सामाजिक संगठन सरकारी व्यक्तिगत रूप से लोग आगे आ रहे हैं |
( 2 ) वाहनों के प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाए पेंट्रोल डीजल की अपेक्षा सौर ऊर्जा बैटरी चालित विद्युत इंजन में उपयोग किया जाए |
( 3 ) ईट भट्टों में बर्तन बनाने व पकाने जैसे उद्योगों को शेर से बाहर स्थापित किया जाए |
( 4 ) उद्योग के नवीन तकनीकी का उपयोग एवं शहर से बाहर स्थापित किया जाए |